नि:संतानता मेरे लिए एक ऐसा अभिशाप बन गयी थी जिसके कारण मैं मानसिक रूप से अवसाद में रहने लगा था | घर का माहौल भी हमेशा गमगीन रहने लगा था | पत्नी के चेहरे की मुस्कान तो जैसे हमेशा के लिए खो सी गयी थी | निराशा के इस माहौल में हमें किसी ने IVF तकनीक द्वारा गर्भधारण के बारे में बताया | हमें अँधेरे में एक आशा की किरण दिखाई दी | हमने जब उस फर्टिलिटी क्लिनिक में बात की तो उन्होंने हमें बहुत तरह की आशाएं दिखाई | लेकिन उस क्लिनिक ने हमारी परेशानियों को दूर करने की जगह और भी बढ़ा दिया | वहां पर स्टाफ का व्यव्हार ठीक नहीं था ना ही हमें प्राइवेसी दी गयी | साथ ही वहां पर हमें ईलाज के लिए अच्छे परिणाम नहीं मिले | इसके कारन एक और हमारा 1 साल ख़राब हो गया और हमें आर्थिक रूप से भी नुकसान हुआ |
मैनें सोच लिया की अब जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं करेंगे इसलिए मैंने एक अच्छे फर्टिलिटी क्लिनिक के बारे में रिसर्च करना शुरू किया | जहाँ पर हमें प्राइवेसी के साथ ही एक अच्छा ईलाज मिल सके | भगवान की कृपा से मेरी खोज पूरी हुई | मेरे एक मित्र ने मुझे शानवी IVF सेंटर के बारे में बताया | यहाँ पर विशेषज्ञों ने मुझे IVF से ईलाज के बारे में विस्तार से बताया और मेरे मन में उठ रहे सवालों के जवाब देकर मुझे संतुष्ट किया |
फर्टिलिटी सेण्टर पर विशेषज्ञ डॉक्टर ने हमें बताया की निसंतानता की समस्या के कई कारण होते है| बदलते खानपान, देरी से विवाह , शारीरिक सक्रियता में कमी की वजह से विवाहित दम्पतियों को गर्भधारण में समस्या आती है | गर्भधारण के लिए महिला के गर्भाशय में अंडो की गुणवत्ता का अच्छा होने के साथ ही पुरुषों के स्पर्म यानि की शुक्राणुओं की गुणवत्ता का बेहतर होना जरुरी है |
क्या है निसंतानता के कारण
कई मामलों में महिलाओं के गर्भाशय से सही समय पर अंडे Repture नहीं होते है और वह फेलोपिन ट्यूब में नहीं पहुंच पाते है | जिससे की फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती है | इसके अलावा फ़ैलोपिन में भी किसी तरह की रूकावट के कारन भी शुक्राणु अंडो तक नहीं पहुंच पाते है |
इनके अलावा कुछ पुरुषों में स्पर्म की क्वालिटी बेहतर नहीं होने या उनमें गतिशीलता नहीं होने की वजह से वह गर्भाशय से होते हुए फ़ैलोपिन ट्यूब तक नहीं पहुंच पाते है | जिससे भी संतान होने में बाधा होती है |
डॉक्टर ने हमें बताया की पहले संतान पैदा होने में क्या समस्या है उसका पता नहीं चल पाता था लेकिन विज्ञान में हुई तकनीक के कारन अब इसके बारे में जाना जा सकता है | इसके लिए कुछ टेस्ट किये जाते है जिससे पुरुषों के स्पर्म की गुणवत्ता और महिला के अण्डों की गुणवत्ता के साथ ही गर्भाशय में गर्भाधान में आ रही समस्या को जाना जा सकता है |
IUI तकनीक के द्वारा निसंतानता का का ईलाज
उन्होंने हमें बताया की IVF से पहले आप IUI तकनीक द्वारा भी गर्भधारण किया जा सकता है | इस तकनीक में पुरुष के स्पर्म से अच्छी गुणवत्ता वाले शुक्राणुओं को साफ़ करके उन्हें एक खास सीरिंज की मदद से ओव्यूलेशन के समय गर्भाशय में पहुंचाया जाता है | जिससे गर्भधारण की सम्भावना बढ़ जाती है | लेकिन इसमें भी सफलता की दर 18 से 20 % होती है | लेकिन कई बार यदि IUI ट्रीटमेंट से भी सफलता नहीं मिली है तो फिर IVF अंतिम उपचार बचता है |
IVF तकनीक द्वारा निसंतानता का ईलाज
IVF तकनीक द्वारा उपचार में पुरुष के स्पर्म में से शुक्राणु लेकर महिला के गर्भाशय में से अंडो को लिया जाता है और लैब में महिला के अंडो के सामने पुरुष के शुक्राणुओं को छोड़ा जाता है जब शुक्राणु अंडे में में प्रवेश करता है तो इस प्रक्रिया को फर्टिलाइजेशन कहा जाता है | फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया के 3 से 5 दिन बाद तक एम्ब्रियोलॉजिस्ट एम्ब्रियो यानि की भ्रूण की निगरानी करते है और जिन भ्रूण का सही विकास होता है उस भ्रूण को वापिस गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है | इसके बाद की प्रक्रिया प्राकृतिक रूप से संपन्न होती है |
डॉक्टर्स ने दिया परामर्श
डॉक्टर ने हमें IVF के बारे में एक एक चीज को इतनी डिटेल से बताया साथ ही उन्होंने हमें विश्वास भी दिलाया की यहाँ पर उनकी प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखा जायेगा | यहाँ पर विजिट करने के बाद और डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद हमें विश्यास हो गया था की हमारे अधूरे सपने यहाँ ही पुरे हो सकते है |
शानवी IVF सेंटर पर IVF के ईलाज के दौरान मुझे किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई यहाँ पर सभी स्टाफ ने बहुत ही अच्छे से व्यव्हार किया और अच्छी देखभाल की | इस दौरान मैंने और मेरी पत्नी को अपने जॉब को भी सामान्य तौर पर जारी रखा | डॉक्टर ने हमें जो सावधानियां बरतने की सलाह दी थी हमने उनका पालन किया | डॉक्टर ने हमें कब कब विजिट करना है उसके बारे में बताया साथ ही IVF के प्रत्येक चरण के बारे में बताते हुए अच्छा ट्रीटमेंट दिया |
निसंतानता का ईलाज के लिए भरोसेमंद फर्टिलिटी क्लिनिक है शानवी IVF सेंटर
IVF में एम्ब्रियो ट्रांसफर के बाद मेरा BHCG टेस्ट किया गया जिससे पता चला की मेरी प्रेगनेंसी सफल हो गयी है | यह मेरे लिए सबसे ख़ुशी का पल था और मेरे और मेरी पत्नी के लिए यह ना भूलने वाला लम्हा था | आज मेरी बेटी 3 साल की हो गयी है और यह IVF के कारण ही संभव हो पाया है | मैं दिल से शानवी IVF सेंटर को थैंक्स बोलना चाहूंगी जिन्होंने मेरे जीवन के अधूरेपन को दूर किया और मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी ख़ुशी हासिल करने में मेरी मदद की |
यदि आप भी निसंतानता के अभिशाप से जूझ रहे है और निराश हो चुके है तो एक बार फर्टिलिटी सेंटर आये यहाँ पर पहले डॉक्टर से मिले | डॉक्टर्स से सलाह लेकर जाने की IVF किस तरह आपके माता पिता बनने की चाहत को पूरा कर सकते है |